मनोज कुमार का निधन: बॉलीवुड के युगपुरुष एवं देशभक्ति फिल्मों के प्रतीक मनोज कुमार आज सुबह अपने मुंबई स्थित आवास पर चिरनिद्रा में सो गए। 86 वर्षीय इस महान कलाकार के निधन की खबर से पूरा फिल्म जगत स्तब्ध है।
क्या था मनोज कुमार का असली नाम?
जन्म के समय मनोज कुमार का नाम हरिकिशन गिरि गोस्वामी था। 24 जुलाई 1937 को अविभाजित भारत के अब्बोटाबाद (अब पाकिस्तान) में जन्मे इस कलाकार ने विभाजन के दर्द को बचपन में ही महसूस किया था। यही वजह रही कि उनकी फिल्मों में देशभक्ति के भाव सहज ही झलकते थे।
कैसे बने ‘भारत कुमार’?
1960 के दशक में दिलीप कुमार की फिल्म ‘शबनम’ देखने के बाद मनोज कुमार ने अभिनय की दुनिया में कदम रखने का फैसला किया। उनके करियर की सबसे बड़ी पहचान 1965 में आई फिल्म ‘शहीद’ बनी, जिसमें उन्होंने शहीद भगत सिंह की भूमिका निभाई थी।
1967 में आई ‘उपकार’ फिल्म ने उन्हें ‘भारत कुमार’ के रूप में स्थापित कर दिया। इस फिल्म में उनका गीत “मेरे देश की धरती” आज भी देशभक्ति की भावना जगाने वाला गीत माना जाता है।

स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
पिछले कई वर्षों से मनोज कुमार उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। परिवार के सदस्यों के अनुसार, वह अंतिम समय में अल्जाइमर रोग से पीड़ित थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही बॉलीवुड की कई हस्तियां उनके आवास पर पहुंच गईं।
फिल्मी करियर का सफर
मनोज कुमार ने अपने करियर में कुल 40 फिल्मों में अभिनय किया और 10 फिल्मों का निर्देशन भी किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में शामिल हैं:
- शहीद (1965)
- उपकार (1967)
- पूरब और पश्चिम (1970)
- बेईमान (1972)
- रोटी कपड़ा और मकान (1974)
- क्रांति (1981)
पुरस्कार और सम्मान
मनोज कुमार को उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया:
- 1968: उपकार के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
- 1975: रोटी कपड़ा और मकान के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार
- 1992: पद्म श्री से सम्मानित
- 2016: दादा साहब फाल्के पुरस्कार
बॉलीवुड की प्रतिक्रिया
मनोज कुमार के निधन पर बॉलीवुड के कलाकारों ने शोक जताया है:
अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया: “मनोज कुमार जी ने हिंदी सिनेमा को जो दिया, वह अमूल्य है। उनकी फिल्में हमेशा हमें प्रेरित करती रहेंगी।”
अक्षय कुमार ने कहा: “देशभक्ति फिल्मों के सच्चे स्तंभ को मेरी श्रद्धांजलि। उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी।”
अंतिम संस्कार
मनोज कुमार के परिवार ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार मुंबई में ही किया जाएगा। उनके पीछे पत्नी शशि गोस्वामी और दो बेटे विशाल और कुणाल मौजूद हैं।
मनोज कुमार का निधन
मनोज कुमार ने हिंदी सिनेमा को जो योगदान दिया, वह अतुलनीय है। उनकी फिल्मों ने न सिर्फ मनोरंजन किया बल्कि समाज को एक नई दिशा भी दिखाई। ‘भारत कुमार’ के रूप में वह हमेशा याद किए जाएंगे।
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